रेल्वे मोड़ पर बाहर की पटरी, अन्दर वाली पटरी से ऊँची होती है जिससे कि पटरियों द्वारा पहियों पर लगने वाला परिणामी बल
क्षैतिज दिशा में भीतर की ओर बल का घटक होगा
ऊध्र्वाधर दिशा में होगा
अभिकेन्द्रीय बल को संतुलित करेगा
घट जायेगा
रेल्वे मोड़ पर बाहर की पटरी, अन्दर वाली पटरी से ऊँची होती है जिससे कि पटरियों द्वारा पहियों पर लगने वाला परिणामी बल