यदि पिण्ड की गतिज ऊर्जा प्रारम्भिक मान की चार गुनी हो जाए तब इसका संवेग
प्रारम्भिक मान का दो गुना हो जाएगा
प्रारम्भिक मान का तीन गुना हो जाएगा
प्रारम्भिक मान का चार गुना हो जाएगा
अपरिवर्तित रहेगा
यदि पिण्ड की गतिज ऊर्जा प्रारम्भिक मान की चार गुनी हो जाए तब इसका संवेग
$P = \sqrt {2mE} $
$P \propto \sqrt E $ अर्थात् यदि गतिज ऊर्जा चार गुनी हो जाती है तब नया संवेग दुगुना हो जाएगा।
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