माना $m$ द्रव्यमान का कोई कण $u$ वेग से विरामावस्था में स्थित समान द्रव्यमान के एक अन्य कण से प्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संघट्ट के पश्चात् प्रक्षेप्य तथा संघट्ट कण अपनी गति की प्रारंभिक दिशा से क्रमश: ${\theta _1}$ तथा ${\theta _2}$ कोण पर गति करने लगते हैं। कोणों के योग ${\theta _1} + {\theta _2},$ का मान .....$^o$ होगा
$45$
$90$
$135$
$180$
माना $m$ द्रव्यमान का कोई कण $u$ वेग से विरामावस्था में स्थित समान द्रव्यमान के एक अन्य कण से प्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संघट्ट के पश्चात् प्रक्षेप्य तथा संघट्ट कण अपनी गति की प्रारंभिक दिशा से क्रमश: ${\theta _1}$ तथा ${\theta _2}$ कोण पर गति करने लगते हैं। कोणों के योग ${\theta _1} + {\theta _2},$ का मान .....$^o$ होगा
यदि द्रव्यमान समान हैं तथा लक्ष्य स्थिर है तथा संघट्ट के पश्चात् दोनों द्रव्यमान विभिन्न दिशाओं में गति करतें हैं। तब उनके वेग की दिशाओं के बीच का कोण $90°$ होगा, यदि संघट्ट प्रत्यास्थ है।