बहुत अधिक ऊँचाई पर विराम में स्थित एक पिण्ड, विस्फोटित होकर दो बराबर भागों में बंट जाता है तथा एक भाग $10$ मीटर/सैकण्ड का क्षैतिज वेग प्राप्त कर लेता है। विस्फोट के बिन्दु से दोनों द्रव्यमानों को जोड़ने वाले त्रिज्य सदिशों के बीच $90^o$ का कोण विस्फोट के ........... $s$ समय पश्चात् होगा ($g = 10$ मी/सैकण्ड ${^2}$)
$10$
$4$
$2$
$1$
बहुत अधिक ऊँचाई पर विराम में स्थित एक पिण्ड, विस्फोटित होकर दो बराबर भागों में बंट जाता है तथा एक भाग $10$ मीटर/सैकण्ड का क्षैतिज वेग प्राप्त कर लेता है। विस्फोट के बिन्दु से दोनों द्रव्यमानों को जोड़ने वाले त्रिज्य सदिशों के बीच $90^o$ का कोण विस्फोट के ........... $s$ समय पश्चात् होगा ($g = 10$ मी/सैकण्ड ${^2}$)
चूँकि वस्तु विरामावस्था में विस्फोटित होने के कारण दो समान भागों में विभक्त होती है, अत: संवेग संरक्षण के नियम के अनुसार दोनों भागों के वेग समान किन्तु दिशाऐं विपरीत होंगी। विस्फोट के बिन्दु से दोनों टुकड़ों को त्रिज्यीय सदिश द्वारा मिलाने पर त्रिज्यीय सदिशों के बीच का कोण $90^o $ होगा, अत: प्रत्येक त्रिज्यीय सदिश ऊध्र्वाधर से $45^o$ का कोण बनाता है।
इस स्थिति को संतुष्ट करने के लिए, मुक्त रूप से तय की गई दूरी $AD$ उसी समयांतराल में तय की गई क्षैतिज परास के बराबर होना चाहिए।
अत: $AD = DB$
$AD = 0 + \frac{1}{2} \times 10{t^2} = 5{t^2}$
$DB = ut = 10t$
$5{t^2} = 10t \Rightarrow t = 2\sec $
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