एक वस्तु पर उत्तर-पूर्व दिशा में बल आरोपित किया जाता है। इसको संतुलित करने के लिये दूसरे बल की दिशा होनी चाहिये
उत्तर-पूर्व
दक्षिण
दक्षिण पश्चिम
पश्चिम
एक वस्तु पर उत्तर-पूर्व दिशा में बल आरोपित किया जाता है। इसको संतुलित करने के लिये दूसरे बल की दिशा होनी चाहिये
दूसरे बल की दिशा $180°$ के कोण पर होनी चाहिये अर्थात् दक्षिण-पश्चिम।