समान त्रिज्या वाली लोहे की एक गेंद और लकड़ी की एक गेंद $‘h’ $ ऊँचाई से निर्वात् में छोड़ी जाती हैं। इनके पृथ्वी तक पहुँचने के समय होंगे
असमान
पूर्णत: समान
लगभग समान
शून्य
समान त्रिज्या वाली लोहे की एक गेंद और लकड़ी की एक गेंद $‘h’ $ ऊँचाई से निर्वात् में छोड़ी जाती हैं। इनके पृथ्वी तक पहुँचने के समय होंगे
नीचे आने का समय$t = \sqrt {\frac{{2h}}{g}} $
निर्वात में गुरुत्व को छोड़कर अन्य कोई बल कार्य नहीं करता अत: नीचे आने में लगा समय समान होगा।
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