एक गोला विरामावस्था में तीन टुकड़ों में वि

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एक गोला विरामावस्था में तीन टुकड़ों में विस्फोटित हो जाता है। समान द्रव्यमान के दो टुकड़े, एक दूसरे के लम्बवत् समान वेग $30\, m/s$ से गतिमान हो जाते हैं। तीसरे टुकड़े का द्रव्यमान अन्य टुकड़ों का तीन गुना है। तीसरे टुकड़े के वेग का परिमाण तथा दिशा होगी

A

 तथा प्रत्येक भाग से $135°$ कोण पर

B

तथा प्रत्येक भाग से $45°$ कोण पर

C

तथा प्रत्येक भाग से $135°$ कोण पर

D

तथा प्रत्येक भाग से $45°$ कोण पर

एक गोला विरामावस्था में तीन टुकड़ों में विस्फोटित हो जाता है। समान द्रव्यमान के दो टुकड़े, एक दूसरे के लम्बवत् समान वेग $30\, m/s$ से गतिमान हो जाते हैं। तीसरे टुकड़े का द्रव्यमान अन्य टुकड़ों का तीन गुना है। तीसरे टुकड़े के वेग का परिमाण तथा दिशा होगी

माना कि दोनों टुकड़ों के द्रव्यमान समान $(m)$ हैं तथा तीसरे टुकड़े का द्रव्यमान $3m$ है।

रेखीय संवेग संरक्षण के नियम के अनुसार, चूँकि निकाय का प्रारंभिक संवेग शून्य है, अत: निकाय का अंतिम संवेग भी शून्य होना चाहिए अर्थात् दोनों टुकड़ों के संवेग का परिणामी तीसरे टुकडे़ के संवेग के बराबर होना चाहिए। हम जानते हैं कि यदि दो कणों के संवेग समान हों तथा दोनों के बीच का कोण $90°$ हो, तब परिणामी संवेग का मान होगा

$P\sqrt 2  = mv\sqrt 2  = m30\sqrt 2 $

माना कि $3m$  द्रव्यमान के टुकड़े का वेग $V$ है।

अत: $3mV = 30m\sqrt 2 $

$V = 10\sqrt 2 $ तथा प्रत्येक टुकड़े से कोण $135°$

 (जैसा कि चित्र में प्रदर्शित है)