$m$ द्रव्यमान का एक गोलाकार पिण्ड $l$ लम्बाई की डोरी से बाँधकर क्षैतिज वृत्ताकार मार्ग पर $v$ चाल से घुमाया जा रहा है। इसे पूर्ण क्षैतिज वृत्त में घुमाने हेतु किया गया कार्य होगा
$0$
$\left( {\frac{{m{v^2}}}{l}} \right)\,.\,2\pi l$
$mg\,.\,2\pi l$
$\left( {\frac{{m{v^2}}}{l}} \right)\,.\,(l)$
$m$ द्रव्यमान का एक गोलाकार पिण्ड $l$ लम्बाई की डोरी से बाँधकर क्षैतिज वृत्ताकार मार्ग पर $v$ चाल से घुमाया जा रहा है। इसे पूर्ण क्षैतिज वृत्त में घुमाने हेतु किया गया कार्य होगा
एकसमान वृत्तीय गति में अभिकेन्द्रीय बल द्वारा किया गया कार्य हमेशा शून्य होता है।