एक सरल लोलक ऊध्र्वाधर तल में दोलन करता है।

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एक सरल लोलक ऊध्र्वाधर तल में दोलन करता है। जब यह मध्यमान स्थिति से गुजरता है, तब धागे में तनाव, गोलक के भार का तीन गुना है। ऊध्र्वाधर से लोलक के धागे का अधिकतम विस्थापन ......... $^o$ होगा

A

$30$

B

$45$

C

$60$

D

$90$

एक सरल लोलक ऊध्र्वाधर तल में दोलन करता है। जब यह मध्यमान स्थिति से गुजरता है, तब धागे में तनाव, गोलक के भार का तीन गुना है। ऊध्र्वाधर से लोलक के धागे का अधिकतम विस्थापन ......... $^o$ होगा

माध्य स्थिति पर तनाव, $mg + \frac{{m{v^2}}}{r} = 3\,mg$

$v = \sqrt {2gl} $         ....…$(i)$

तथा यदि वस्तु को ऊध्र्वाधर से q कोण विस्थापित कर दें तो $v = \sqrt {2gl(1 - \cos \theta )}$       …$(ii)$

$(i)$ तथा $(ii)$ की तुलना करने पर $\cos \theta  = 0$

$⇒$ $\theta  = 90^\circ $