क्षैतिज दिशा से $\theta $ कोण पर बन्दूक से एक गोली $v $ मी/सैकण्ड के वेग से दागी जाती है। जब गोली अपनी अधिकतम ऊँचाई पर होती है, तब विस्फोट होने से दो बराबर भागों में बँट जाती है। उनमें से एक भाग वापस विपरीत दिशा में बन्दूक के पास पहुँचता है। दूसरे भाग का विस्फोट के तुरन्त पश्चात् वेग होगा (मी/सै में)
$3v\cos \theta $
$2v\cos \theta $
$\frac{3}{2}v\cos \theta $
$\frac{{\sqrt 3 }}{2}v\cos \theta $
क्षैतिज दिशा से $\theta $ कोण पर बन्दूक से एक गोली $v $ मी/सैकण्ड के वेग से दागी जाती है। जब गोली अपनी अधिकतम ऊँचाई पर होती है, तब विस्फोट होने से दो बराबर भागों में बँट जाती है। उनमें से एक भाग वापस विपरीत दिशा में बन्दूक के पास पहुँचता है। दूसरे भाग का विस्फोट के तुरन्त पश्चात् वेग होगा (मी/सै में)
गोले को क्षैतिज से $\theta$ कोण पर $v$ वेग से छोड़ा जाता है।
त: उच्चतम बिन्दु पर इसका वेग
= वेग का क्षैतिज घटक =$v\cos \theta $
अत: विस्फोट से पूर्व संवेग = $mv\cos \theta $
जब यह दो बराबर टुकड़ों में टूट जाता है तथा एक टुकड़ा उसी मार्ग पर वापस तोप की ओर लौट आता है, तब दूसरा भाग $V $ वेग से गति करने लगता है
अत: विस्फोट के पश्चात् दोनों टुकड़ो का संवेग
$ = \frac{m}{2}( - v\cos \theta ) + \frac{m}{2}V$
संवेग संरक्षण के नियम से
$mv\cos \theta = \frac{{ - m}}{2}v\cos \theta + \frac{m}{2}V$Þ $V = 3v\cos \theta $
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