$6$ मी/सै की क्षैतिज चाल से गतिमान एक $m$ द्रव्यमान का कण, उसी दिशा में $4$ मीटर/सै की चाल से चल रहे $M$ द्रव्यमान के एक भारी कण से संघट्ट करता है। यदि $m < < M$ हो, तो संघट्ट के पश्चात् हल्के कण की चाल होगी, जबकि संघट्ट एकविमीय प्रत्यास्थ है
$2$ मीटर/सैकण्ड, मूल दिशा में
$2$ मीटर/सैकण्ड, मूल दिशा के विपरीत
$4$ मीटर/सैकण्ड, मूल दिशा के विपरीत
$4$ मीटर/सैकण्ड, मूल दिशा में
$6$ मी/सै की क्षैतिज चाल से गतिमान एक $m$ द्रव्यमान का कण, उसी दिशा में $4$ मीटर/सै की चाल से चल रहे $M$ द्रव्यमान के एक भारी कण से संघट्ट करता है। यदि $m < < M$ हो, तो संघट्ट के पश्चात् हल्के कण की चाल होगी, जबकि संघट्ट एकविमीय प्रत्यास्थ है
${v_1} = \left( {\frac{{{m_1} - {m_2}}}{{{m_1} + {m_2}}}} \right)\,{u_1} + \frac{{2{m_2}{u_2}}}{{{m_1} + {m_2}}}$
$m1 = 0,$ ${v_1} = - {u_1} + 2{u_2}$प्रतिस्थापित करने पर
$⇒$ ${v_1} = - \,6 + 2(4)$ $ = 2m/s$
अर्थात् हल्का कण गति की वास्तविक दिशा में $2 m/s $ की चाल से गति करेगा।