$m$ द्रव्यमान का एक कण $r$ त्रिज्या के पथ पर एक समान वृत्तीय गति कर रहा है। यदि इसके रेखीय संवेग का परिमाण $p$ हो तो कण पर कार्यरत् त्रैज्यीय बल होगा
$pmr$
$\frac{{rm}}{p}$
$\frac{{m{p^2}}}{r}$
$\frac{{{p^2}}}{{rm}}$
$m$ द्रव्यमान का एक कण $r$ त्रिज्या के पथ पर एक समान वृत्तीय गति कर रहा है। यदि इसके रेखीय संवेग का परिमाण $p$ हो तो कण पर कार्यरत् त्रैज्यीय बल होगा
त्रिज्यीय बल $ = \frac{{m{v^2}}}{r} = \frac{m}{r}{\left( {\frac{p}{m}} \right)^2} = \frac{{{p^2}}}{{mr}}$ [चूँकि $p = mv$]