एक कण नियत चाल $v$ से $R$ त्रिज्या के वृत्त में गति कर रहा है, यदि त्रिज्या को दोगुना कर दिया जाये, तब चाल वही बनाये रखने के लिये आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल होगा
दोगुना
आधा
चार गुना
अपरिवर्तित
एक कण नियत चाल $v$ से $R$ त्रिज्या के वृत्त में गति कर रहा है, यदि त्रिज्या को दोगुना कर दिया जाये, तब चाल वही बनाये रखने के लिये आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल होगा
$\;F = \frac{{m{v^2}}}{r},$ समान द्रव्यमान व समान चाल के लिये यदि त्रिज्या को दोगुना कर दें तो बल का मान आधा हो जायेगा।