एक मोटर-साइकिल चालक वृत्तीय पथ पर अचर चाल से गति कर रहा है, तब इसका
रेखीय वेग अचर होता है
त्वरण अचर होता है
कोणीय वेग अचर होता है
बल अचर होता है
एक मोटर-साइकिल चालक वृत्तीय पथ पर अचर चाल से गति कर रहा है, तब इसका
रेखीय वेग, त्वरण तथा बल की दिशा परिवर्तित होती है।