$100$ सेमी/सै के वेग से क्षैतिज धरातल में गति करता एक $10$ ग्राम का द्रव्यमान, एक लोलक से टकराकर चिपक जाता है। लोलक के गोले की संहति भी $10$ ग्राम है। इस निकाय द्वारा तय की गई अधिकतम ऊँचाई ............ $cm$ होगी $(g = 10\,m/{s^2})$
$0$
$5$
$2.5$
$1.25$
$100$ सेमी/सै के वेग से क्षैतिज धरातल में गति करता एक $10$ ग्राम का द्रव्यमान, एक लोलक से टकराकर चिपक जाता है। लोलक के गोले की संहति भी $10$ ग्राम है। इस निकाय द्वारा तय की गई अधिकतम ऊँचाई ............ $cm$ होगी $(g = 10\,m/{s^2})$
प्रारंभ में $10$ ग्राम का द्रव्यमान $100$ सेमी/सै के वेग से गति करता है।
प्रारंभिक संवेग $= 10 × 100$ = $1000\frac{{gm \times m}}{{\sec }}$
संघट्ट के पश्चात् निकाय ${v_{{\rm{sys}}{\rm{.}}}}$ वेग से गति करता है, तब
अंतिम संवेग = $(10 + 10) \times {v_{{\rm{sys}}{\rm{.}}}}$
संवेग संरक्षण के अनुसार
$10000$ = $20 \times {v_{{\rm{sys}}{\rm{.}}}}$==> ${v_{{\rm{sys}}{\rm{.}}}} = = 50\;cm/s$
यदि निकाय $h$ ऊँचाई तक उठता है, तब
$h = \frac{{v_{{\rm{sys}}{\rm{.}}}^{\rm{2}}}}{{2g}} = \frac{{50 \times 50}}{{2 \times 1000}} = \frac{{2.5}}{2} = 1.25\;cm$