$2\,kg$ के एक पिण्ड को $490$ जूल की गतिज ऊर्जा के साथ ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर फेंका गया है। यदि गुरुत्वीय त्वरण $9.8$ मी/सै$^{2}$ हो, तो पिण्ड की वह ऊँचाई, जहाँ पर इसकी गतिज ऊर्जा प्रारम्भिक गतिज ऊर्जा की आधी रह जायेगी,................. $\mathrm{m}$ होगी
$50$
$12.5$
$25$
$10$
$2\,kg$ के एक पिण्ड को $490$ जूल की गतिज ऊर्जा के साथ ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर फेंका गया है। यदि गुरुत्वीय त्वरण $9.8$ मी/सै$^{2}$ हो, तो पिण्ड की वह ऊँचाई, जहाँ पर इसकी गतिज ऊर्जा प्रारम्भिक गतिज ऊर्जा की आधी रह जायेगी,................. $\mathrm{m}$ होगी
माना h वह ऊँचाई हैं, जिस पर वस्तु की गतिज ऊर्जा अपने वास्तविक मान की आधी हो जाती है, अर्थात् इसकी आधी गतिज ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा में बदल जाती है।
$mgh =$ $\frac{{490}}{2}$
$2 \times 9.8 \times h = \frac{{490}}{2}$
$h = 12.5\,m.$
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