एक वस्तु किसी ऊध्र्ववृत्त के उच्चतम बिन्दु को क्रान्तिक वेग से पार करती है। डोरी की क्षैतिज अवस्था में इसका अभिकेन्द्रीय त्वरण होगा
$6 \,g$
$3\, g$
$2 \,g$
$g$
एक वस्तु किसी ऊध्र्ववृत्त के उच्चतम बिन्दु को क्रान्तिक वेग से पार करती है। डोरी की क्षैतिज अवस्था में इसका अभिकेन्द्रीय त्वरण होगा
$v = \sqrt {3gr} $ तथा $a = \frac{{{v^2}}}{r} = \frac{{3gr}}{r} = 3g$